नाचे जन्ना नै हुन, महतान अँगना तेंह्र
हमार थारु समाज मे सामान्य बोली बचन मे प्रयोग हुइति आइल कहकुत मनसे यी फेन एकथो हो । जब कोइ कौनो काम करेबेर , अपने ऊ काम के बारेम अनभिग रहना , मनेकी ऊ काम करे नै जन्ना , काम करति करति बिगार धरना कलेसे पाछे दोसर जनहन हे दोष लगैना । दोसर जनहन के कारण या कौनो चिज के कारण काम नै बनल कहके बात बनैथैं कलेसे ऊ अवस्थाम कोइ दोसर जे कहेसेक्थैं कि, नाजे जन्ना नै हुन महतान अँगना तेंह्र ।
लेखक:- थारुनके